गांधी जयंती के अवसर पर तखला ग्राम पंचायत में बुजुर्गों का फूल मालाओं से श्रीफल साल देकर भव्य सम्मान: सरपंच ने स्वच्छता अभियान को भी दिया बल
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़कटनी, 2 अक्टूबर 2025: महात्मा गांधी की जयंती के पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के कटनी जिले की ग्राम पंचायत तखला में एक अनुकरणीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत के सरपंच अनिल सिंह चौहान, सचिव दयाशंकर गर्ग द्वारा फूलमाला से ग्रामीणों के साथ मिलकर न केवल गांधीजी के अहिंसा और स्वच्छता के सिद्धांतों को याद किया, बल्कि बुजुर्गों का विशेष सम्मान कर उन्हें समाज का सच्चा आधार बताया। इस कार्यक्रम में स्थानीय पत्रकार राजा सूर्यवंशी को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। ग्राम सभा के बाद आयोजित इस समारोह ने गांव में एकता और सामाजिक सद्भाव का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का शुभारंभ गांधीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और राष्ट्रगान से हुआ। सरपंच ने फूलमाला सेअपने संबोधन में कहा, "महात्मा गांधी के सिद्धांत आज भी हमारे जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। स्वतंत्रता संग्राम के नायक बापू ने हमें सत्य, अहिंसा और स्वच्छता का संदेश दिया, जिसे हम गांव स्तर पर लागू करने का संकल्प लेते हैं। हमारे बुजुर्गों ने स्वतंत्र भारत की नींव रखी है, इसलिए उनका सम्मान हमारा कर्तव्य है।" उन्होंने ग्राम सभा में विभिन्न विकास योजनाओं पर चर्चा की, जिसमें ग्रामीणों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
बुजुर्गों का सम्मान: समाज का सच्चा आधार
ग्राम सभा के तुरंत बाद आयोजित सम्मान समारोह में तखला ग्राम के 20 से अधिक बुजुर्गों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक शामिल थे, जिन्होंने गांव के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रत्येक बुजुर्ग को सम्मान पत्र, अंग वस्त्र और शॉल भेंट की गई। सरपंच द्वारा,फूलमाला ने स्वयं प्रत्येक बुजुर्ग को माला पहनाई और उनके अनुभवों को साझा करने का अवसर दिया।एक बुजुर्ग, 82 वर्षीय बब्बन सिंह चौहान ने कहा, "यह सम्मान मेरे लिए गांधीजी का आशीर्वाद है। युवा पीढ़ी को गांधी के मार्ग पर चलना चाहिए।" इसी प्रकार, 75 वर्षीय देवकरण सिंह चौहान, ने महिलाओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि गांधीजी ने नारी शक्ति को हमेशा सम्मान दिया। इस सम्मान कार्यक्रम ,राजेंद्र सिंह, राजेश सिंह,चंद्रभूषण सिंह ने बुजुर्गों में खुशी की लहर दौड़ा दी और युवाओं को उनके प्रति आदर की भावना जगाई।
पत्रकार राजा सूर्यवंशी का सम्मान: स्थानीय पत्रकारिता को बल
कार्यक्रम की एक विशेष कड़ी में स्थानीय पत्रकार राजा सूर्यवंशी को उनके सामाजिक जागरूकता फैलाने वाले कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। सूर्यवंशी, जो कटनी क्षेत्र में ग्रामीण मुद्दों पर सक्रिय पत्रकारिता कर रहे हैं, को सरपंच द्वारा सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। सरपंच ने कहा, "राजा सूर्यवंशी,जैसे पत्रकार गांव की आवाज को मुख्यधारा तक पहुंचाते हैं। उनका योगदान गांधीजी के सत्याग्रह की याद दिलाता है।" सूर्यवंशी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह सम्मान समस्त पत्रकार बंधुओं के लिए प्रेरणा है।
स्वच्छता वाड़ा अभियान:
गांधीजी के सिद्धांतों का व्यावहारिक रूप सम्मान समारोह के बाद, गांधी जयंती के उपलक्ष्य में चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के तहत ग्राम पंचायत तखला में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया। ग्रामीणों, पंचायत सदस्यों और स्वयंसेवकों ने गांव के मुख्य मार्गों, सार्वजनिक स्थलों, स्कूल परिसर और नदी किनारे की साफ-सफाई की। प्लास्टिक कचरा संग्रहण, पेड़ लगाने और जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया। सरपंच मेफूलमाला ने बताया कि यह अभियान 2 से 15 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें गांव को 'स्वच्छ गांव' बनाने का लक्ष्य है।अभियान में भाग लेने वाले युवा ग्रामीण ने कहा, "गांधीजी ने कहा था कि स्वच्छता ही सेवा है। आज हम उनके संदेश को अमल में ला रहे हैं।" इस अभियान से न केवल गांव की स्वच्छता बढ़ी, बल्कि ग्रामीणों में पर्यावरण संरक्षण की चेतना भी जागृत हुई।
प्रशासनिक नीति का प्रभाव: ग्रामीण विकास की नई दिशा
यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश सरकार की 'ग्रामीण विकास और बुजुर्ग सम्मान' नीति का उत्कृष्ट उदाहरण है। राज्य सरकार की 'पंचायत मजबूत, गांव समृद्ध' योजना के तहत ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, जिसमें बुजुर्गों को पेंशन, स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ सामाजिक सम्मान सुनिश्चित किया जाता है। कटनी जिला प्रशासन ने भी इस कार्यक्रम को सराहा और सरपंच मेफूलमाला को बधाई दी। जिला पंचायत CEO ने कहा, "ऐसे स्थानीय प्रयास गांधीजी के सपनों को साकार कर रहे हैं। हम स्वच्छता और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए और धनराशि उपलब्ध कराएंगे।"केंद्रीय स्तर पर 'राष्ट्रीय बुजुर्ग सम्मान दिवस' और 'स्वच्छ भारत मिशन' जैसी योजनाओं का यह आयोजन स्थानीय स्तर पर अमल दर्शाता है। प्रशासनिक नीति के अनुसार, ग्राम पंचायतों को ऐसे कार्यक्रमों के लिए विशेष अनुदान दिया जाता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो। तखला जैसे गांवों में यह नीति न केवल विकास को गति दे रही है, बल्कि सामाजिक सद्भाव को भी मजबूत कर रही है।यह कार्यक्रम गांधी जयंती को केवल एक तिथि न बनाकर, उसके सिद्धांतों को जीवंत करने का प्रयास था। तखला ग्राम पंचायत ने साबित कर दिया कि गांधीजी का संदेश आज भी प्रासंगिक है।

