शरद पूर्णिमा के अवसर पर जिला ब्राह्मण समाज महिला मंडल द्वारा विशाल गरबा रास का भव्य आयोजन
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़कटनी।मसुरहा घाट, सुंदर नदी किनारे स्थित श्याम की बेला में ब्राह्मण सत्संग भवन में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर जिला ब्राह्मण समाज महिला मंडल के तत्वाधान में एक विशाल गरबा रास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस भव्य आयोजन में समाज की महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे कार्यक्रम स्थल पर उत्सव और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला।कार्यक्रम का शुभारंभ और भक्ति भरा माहौल,कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान राधा-कृष्ण को खीर के प्रसाद अर्पण के साथ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने भक्ति भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया। खीर का प्रसाद वितरण कार्यक्रम की आध्यात्मिकता को और बढ़ाने वाला रहा, जिसने शरद पूर्णिमा की पवित्रता को और भी विशेष बना दिया।
महिलाओं और बच्चों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
इस गरबा रास में समाज की महिलाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी महिलाओं और बच्चों ने गरबा और डांडिया की मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ पूरा वातावरण उत्साह और उमंग से सराबोर हो गया।प्रतियोगिताओं और पुरस्कार वितरण,कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें सरस सुंदरी, बेस्ट गरबा, बेस्ट मेकअप और बेस्ट ड्रेस-अप जैसी श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागी महिलाओं और बच्चों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया, जिसने उनके उत्साह को और बढ़ाया।
नेतृत्व और निर्णायक मंडल
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सोनिया मनीष पाठक और श्रीमती मनोरमा अमित शुक्ला ने की। वहीं, निर्णायक की भूमिका श्रीमती शैलजा तिवारी और श्रीमती शालिनी तिवारी ने निभाई। इन सभी ने अपने कुशल नेतृत्व और निष्पक्ष निर्णयों से कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।समाज में एकता और उत्साह का प्रतीक,इस आयोजन ने न केवल समाज की महिलाओं और बच्चों को एक मंच प्रदान किया, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने इस आयोजन की सराहना की और इसे शरद पूर्णिमा के अवसर पर एक यादगार पल बताया।यह गरबा रास कार्यक्रम न केवल भक्ति और संस्कृति का संगम था, बल्कि सामाजिक सौहार्द और उत्साह का भी प्रतीक बना। जिला ब्राह्मण समाज महिला मंडल ने इस आयोजन के माध्यम से अपनी सक्रियता और सामाजिक योगदान को एक बार फिर सिद्ध किया।

