अपार आस्था का केन्द्र बना बिलहरी का चंडी माता मंदिर महाभारत के पात्र भक्त राजा कर्ण इसी मंदिर से रोज करते थे सवा मन सोना दान

 अपार आस्था का केन्द्र बना बिलहरी का चंडी माता मंदिर महाभारत के पात्र भक्त राजा कर्ण इसी मंदिर से रोज करते थे सवा मन सोना दान

अपार आस्था का केन्द्र बना बिलहरी का चंडी माता मंदिर महाभारत के पात्र भक्त राजा कर्ण इसी मंदिर से रोज करते थे सवा मन सोना दान

मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़कटनी। मुख्यालय से करीब 20किलोमीटर दूर पुष्पावति बिलहरी को राजा कर्ण की नगरी माना जाता है यहाँ चैत्र नवरात्रि पर जगत जननि मां जगदम्बे की विशेष पूजा अर्चना के लिये चंडी माता का मंदिर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड रहा है।देवी जी की प्राचीन मूर्ति  श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा और आस्था का केन्द्र  है।मान्यता है कि सुबह महाभारत के पात्र राजा कर्ण चंडी माता की पूजा करने के बाद इसी मंदिर से सवामन सोना रोज दान किया करते थे,लोग बताते है कि देवी जी की कृपा राजा कर्ण पर थी और सोना दान करने देवी जी रोज प्रसाद स्वरूप राजा कर्ण को सोना देती थी।।आज रविवार को यहां महाआरती का आयोजन किया गया जिसमें बडी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर के प्रमुख पुजारी आनंद महाराज नगर के उद्योग पति पवन मित्तल कांग्रेस नेता प्रभात तिवारी प्रीति तिवारी पत्रकार भवानी तिवारी नीता तिवारी शंभू मंगलानी संजय गुप्ता किस्सू तिवारी सुधीर ताम्रकार मोंटी तिवारी चिंटू नायक बल्ली चौरसिया पप्पू गुप्ता  मनीष बल्ला तिवारी आकाश जायसवाल सहित कटनी से बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाआरती में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण किया।बताया जाता है कि प्राचीन चंडी माता की मूर्ति एक आम के वृक्ष के नीचे थी जहाँ राजा कर्ण पूजन करते थे। सिद्धपीठ मंदिर का जीर्णोद्धार करने श्रद्धालुओं ने प्रयास किये और मंदिर का निर्माण किया गया।मंदिर के समीप पुरातत्विक धरोहर बावली भी है जिसमें राजा कर्ण स्नान करते थे।

अपार आस्था का केन्द्र बना बिलहरी का चंडी माता मंदिर महाभारत के पात्र भक्त राजा कर्ण इसी मंदिर से रोज करते थे सवा मन सोना दान

     मध्य प्रदेश समाचार संपादक श्यामलाल सूर्यवंशी


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