गुरु नानक जी की जयंती पर माधव नगर, कैंप,गुरुद्वारे,में बड़े धूमधाम से मनाई गई जयंती लाखों लोगों ने भंडारा का कियाप्रसाद,ग्रहण
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ कटनी।सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव जी की जयंती प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी प्रकाश पर्व के रूप में अपार उत्साह एवं उल्लासमय वातावरण में मनाई गई है। जयंती के अवसर पर सुबह से ही माधव नगर साई दरबार माधव नगर स्थित गुरुद्वारे में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आयोजन में बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोगों ने पहुंचकर पुण्यलाभ अर्जित किया। गुरुद्वारे में दिन-भर शब्द कीर्तन चलता रहा। यहां आकर्षक एवं सुंदर साज-सज्जा भी की गई थी।तथा सिंधी समाज के लोगों ने सेवा दारी कर सेवा भाव से,सभी,लोगों को सम्मानपूर्वक भोजन परोस कर खिलाया और पुण्य लाभ अर्जित कियाप्रकाश पर्व गुरूनानक जयंती के अवसर पर दिन भर प्रकाश पर्व की शुभकामनाओं का दौर भी चला। लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनाएं प्रदान की। दोपहर में लंगर का आयोजन किया गया, जिसमे सैकड़ों लोगों दूर दराज से आकर प्रसाद पाया।
प्रकाश उत्सव के अवसर पर साई दरबार माधव नगर स्थित गुरुद्वारे में सुबह से ही बड़ी संख्या में लोगों का आना शुरू हो गया था।यहां पहुंचकर सिंधी समाज के लोगों ने मत्था टेका। इस दौरान सतगुरु ईश्वर शाह की अमृत वाणी से शब्द कीर्तन, सुनकर अपने जीवन को धन्य किया तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।संकीर्तन शोभायात्रा निकाली गई थी। इसी के साथ गुरूनानक देव जी के 555 वे प्रकाशोत्सव पर्व की शुरूआत हुई थी।गुरुनानक देव जी केबताए मार्ग पर आगेबढ़ने का संकल्प1469 ईसवी में सिख धर्म के पहले गुरु गुरुनानक देव जी का जन्म हुआ था। उनका जन्म राय भोई की तलवंडी नाम के गाओं में हुआ था। ये जगह अब पाकिस्तान में मौजूद ननकाना साहिब में है। गुरुनानक देव जी ने नाम जपो, किरत करो और वंड सको का फलसफा दिया था, जिस पर कौम ने अमल किया, कोरोना काल के दौरान पूरे विश्व के लोगों ने देखा कैसे सभी वर्ग के लोगों के लिए निःस्वार्थ सेवा की है और इसी सेवा भाव के संदेश को हमें आगे लेकर जाना है
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ संपादक श्यामलाल सूर्यवंशी

