शराब ठेकेदार दिगपाल जायसवाल द्वारा रचा गया था,षड्यंत्र,नशे की हालत में आदिवासी युवक से शराब ठेकेदार ने करवाई थी झूठी शिकायत, शिकायत वापस लेने थाने पहुंचा आदिवासी युवक
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़कटनी। गत दिवस रविवार को स्लीमनाबाद क्षेत्र अंतर्गत तेवरी निवासी एक आदिवासी युवक ने अपने शरीर पर उभरे जख्मों को दिखाते हुए शराब ठेकेदार के पुत्र द्वारा अपहरण और मारपीट किए जाने की शिकायत अजाक थाने दर्ज कराई थी। पुलिस ने आदिवासी युवक की शिकायत के आधार पर प्रकरण दर्ज भी कर लिया था। अभी पुलिस जांच शुरू भी नहीं कर पाई थी कि आज दूसरे दिन सोमवार की शाम आदिवासी युवक अपनी मां को साथ लेकर दोबारा अजाक थाने पहुंचा और वहां पर एफिडेविट देते हुए उसने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं नशे में था। नशे का फायदा उठाकर शराब ठेकेदार दिगपाल जायसवाल के द्वारा झूठी शिकायत मुझसे करवाई गई। मेरे साथ ना तो मारपीट हुई और ना ही अपहरण हुआ।
यह था आरोप
सुनील सिंह पिता कल्याण सिंह चाकुर ने रविवार को शिकायत करते हुए बताया कि मैं आदिवासी हूँ मेरे को अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली ने कल काम करवाने के लिए बुलवाया था। लेकिन मेरे घर में काम होने के कारण मैं नहीं गया। 21 सितंबर की रात घर के पास से बुलेरो सफेद कलर की गाड़ी में अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली एवं राजुल असाटी अन्य तीन लोग द्वारा मेरे को रिवाल्वर अड़ाकर जबरजस्ती गाड़ी में बैठाकर अपने आफिस ले गए और वहां पर मेरे साथ बेल्ट एवं डण्डों से मारपीट की। उक्त लोगों ने उसे धमकाते हुए कहा कि अगर तू काम में नहीं आया तो गांव में रहने नहीं देंगे। सुनील ने यह भी कहा है कि मेरे से पैर भी घुलवाये तथा पैर चटवाये, मॉफी मगवाऐ साथ ही मेरे साथ मारपीट करते रहे जैसे ही मुझे मौका मिला मैं उनके चंगूल से जान बचाकर भाग निकला।
व्यापारिक लड़ाई में आदिवासी युवक को बनाया मोहरा
आदिवासी युवक ने आज शिकायत किए जाने के दूसरे ही दिन थाने में एफिडेविट देते हुए मीडिया से बात की और उसने मीडिया के सामने यह कहा कि मेरे साथ शराब ठेकेदार मंचू असाटी के पुत्र अक्षय असाटी उर्फ गुल्ली ने ना तो मारपीट की है और ना ही मेरा अपहरण किया था। गत दिवस मैं नशे की हालत में था जिसके कारण इस बात का फायदा उठाते हुए
शराब ठेकेदार दिगपाल जायसवाल के द्वारा मुझे थाने में लाकर झूठी शिकायत दर्ज करवा दी गई। आप को बता दें की अक्षय असाठी रविवार की रात मीडिया को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराते हुए यह कहा था कि मेरे पिता मंचू असाटी भी शराब के ठेकेदार हैं। व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के कारण ही दिगपाल ने अपने कर्मचारी सुनील को आगे करके मारपीट की यह झूठी कहानी गढ़ी है। आदिवासी युवक सुनील ने कहा कि कहा कि वास्तविकता तो यह है कि मैं खुद 21 सितंबर की रात अक्षय
असाठी के ऑफिस गया था। नशे की हालत में गिरने के कारण मुझे चोटें लगी थी। इसी वजह से शराब ठेकेदार दिगपाल जायसवाल ने इस बात का फायदा उठाते हुए थाने में झूठी शिकायत अपहरण और मारपीट की दर्ज करवा दी। आपको बता दें कि सुनील गोड दिगपाल जायसवाल शराब ठेकेदार का कर्मचारी है। वर्तमान में वह दिगपाल के लिए ही काम करता है। मीडिया से बात करते हुए सुनील ने कहा कि मेरे ऊपर कोई दबाव नहीं है मैं झूठी शिकायत नहीं करना चाहता इसलिए आज वापस यहां पर आया हूं।
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ संपादक श्यामलाल सूर्यवंशी